Amit Shah Karnataka Visit: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने  मंगलवार (25 अप्रैल) को कांग्रेस पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने  वोट बैंक के लिए मुसलमानों कों आरक्षण दिया था, लेकिन हमने इसे खत्म कर दिया. हमने मतों की चिंता नहीं की. 

अमित शाह ने विजयपुरा में रैली को संबोधित करते कहा, ''कांग्रेस के अध्यक्ष ( प्रदेश अध्यक्ष डी. के. शिवकुमार) कहते हैं कि कांग्रेस की सरकार आई तो मुस्लिम रिजर्वेशन फिर से आएगा.  मैं पूछना चाहता हूं कि आप यह 4 फीसदी मुस्लिम रिजर्वेशन वापस लाओगे तो किस का कम करोंगे? वोक्कालिगा का कम करोगे? लिंगायतों का कम करोगे? दलितों का कम करोगे या ओबीसी का कम करोगे? अगर चार फीसदी आरक्षण कांग्रेस बढ़ाना चाहती है तो किसी का कम करेगी ही. मैं आज इस मंच से पूछता हूं कि आप किस का कम करोगे.''

दरअसल डी. के. शिवकुमार ने कांग्रेस के सत्ता में आने पर मुस्लिम आरक्षण को बहाल करने का वादा किया था. शाह का यह बयान ऐसे समय आया है, जब सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार (25 अप्रैल) को निर्देश दिया कि कर्नाटक सरकार का मुस्लिमों के लिए चार प्रतिशत रिजर्वेशन खत्म करने का फैसला नौ मई तक लागू नहीं होगा. इस चार फीसदी आरक्षण में से वोक्कालिगा को 2-सी श्रेणी का दो प्रतिशत आरक्षण और लिंगायत को 2-डी श्रेणी का दो प्रतिशत आरक्षण दिया गया है. 

अमित शाह ने क्या कहा?शाह ने कहा कि हमारा संविधान धर्म के आधार पर आरक्षण नहीं देता लेकिन कांग्रेस ने मुस्लिमों को रिजर्वेशन वोट बैंक की राजनीति के लिए दिया. यहां धर्म के आधार पर 4 फीसदी मुस्लिम आरक्षण था. बीजेपी की सरकार ने वोट बैंक की लालच में पड़े बिना, इसे समाप्त कर दिया है. हम मानते हैं कि धर्म के आधार पर आरक्षण नहीं होना चाहिए.'' दरअसल कर्नाटक की बसवराज बोम्मई सरकार ने 2-बी श्रेणी के तहत मुसलमानों के लिए चार फीसदी  रिजर्वेशन को खत्म करने का निर्णय किया है.

'कांग्रेस लिंगायतों का अपमान करती रही'शाह ने आगे कहा कि कांग्रेस पार्टी हमेशा लिंगायतों का अपमान करती रही है. दूसरी ओर जेडीएस है. पिछली बार मुख्यमंत्री बनने के लिए कांग्रेस की झोली में बैठ गए. जेडीएस को वोट देने का मतलब है कांग्रेस को वोट और कांग्रेस को वोट देने का मतलब पीएफआई से बैन हटाना है. 

उन्होंने दावा किया कि यह चुनाव कर्नाटक के भविष्य को बदलने का चुनाव है। राजनीतिक स्थिरता केवल और केवल भाजपा दे सकती है. नए कर्नाटक का नारा नए कर्नाटक का विश्वास और नए कर्नाटक का स्वप्न केवल पीएम मोदी पूरा कर सकते हैं. आप(कांग्रेस) भाजपा से आए हुए नेताओं के आधार पर चुनाव लड़ते हैं यही बताता है कि आपकी पार्टी में दिवालियापन आ गया है. 

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