2000 Rupee Notes: बैंकिंग सेक्टर के रेग्यूलेटर आरबीआई (Reserve Bank Of India) ने कहा है कि 30 अप्रैल 2024 तक 2000 रुपये के नोटों का सर्कुलेशन 29 मार्च 2024 को 8202 करोड़ रुपये से घटकर 7961 करोड़ रुपये पर आ गया है. आरबीआई ने बताया कि 30 अप्रैल तक कुल 97.76 फीसदी 2000 रुपये के नोट्स बैंकिंग सिस्टम (Banking System)  में वापस लौट चुका है.  


भारतीय रिजर्व बैंक ने एक बयान जारी कर बताया कि 19 मई 2023 को आरबीआई ने 2000 रुपये के नोटों को सर्कुलेशन से वापस लेने का एलान किया था. उस समय  बैंकिंग सिस्टम में कुल 3.56 लाख करोड़ रुपये के वैल्यू के 2000 रुपये के नोट्स सर्कुलेशन में मौजूद थे. 30 अप्रैल 2024 को ये घटकर 7961 करोड़ रुपये अब रह गया है. यानि 2.73 लाख करोड़ रुपये के 2000 रुपये के नोट्स बैंकिंग सिस्टम में डिपॉजिट कराया जा चुका है.  यानि केवल 2.24 फीसदी नोटों का लौटना अभी बाकी है. 


आरबीआई ने बताया कि 19 मई 2023 से ही उसके 19 इश्यू ऑफिसेज में 2000 रुपये के नोटों के एक्सचेंज की सुविधा शुरू कर दी गई थी. आरबीआई ने बताया कि 2000 रुपये के नोट को डिपॉजिट करने या उसे एक्सचेंज करने की फैसिलिटी 7 अक्टूबर 2023 तक सभी बैंकों में उपलब्ध थी. 9 अक्टूबर 2023 से आरबीआई के दफ्तर व्यक्ति या इकाई से भी 2000 रुपये के नोट को स्वीकार कर उनके बैंक खाते में डिपॉजिट कर रहे हैं. आरबीआई ने बताया कि इसके अलावा आम लोग पोस्ट ऑफिसेज के जरिए भी 2000 रुपये के नोट को भेजकर अपने बैंक अकाउंट में डिपॉजिट कर रहे हैं.  इस सुविधा का लाभ लेने के लिए   आरबीआई के दफ्तर आने की आवश्यता नहीं है. 


आरबीआई एक बार फिर यसे ये साफ किया है कि 2,000 रुपये का बैंक नोट लीगल टेंडर (Legal Tender) बना रहेगा. 9 मई, 2023 को आरबीआई ने 2,000 रुपये के नोट को वापस लेने का ऐलान करते हुए कहा था कि क्लीन नोट पॉलिसी के तहत आरबीआई ने 2000 रुपये के नोट्स को सर्कुलेशन से वापस लेने का फैसला किया है. 


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