दिल्ली के इंदिरा गांधी स्टेडियम में देश के सबसे बड़े ''उद्यमी लॉन्चपैड"' कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस कार्यक्रम का आयोजन प्रसिद्ध मोटिवेशनल स्पीकर डॉ. विवेक बिंद्रा द्वारा किया गया था. इस कार्यक्रम में देश की मशहूर शैक्षिक हस्ती अवध ओझा भी पहुंचे. अवध ओझा को पहले डॉ. विवेक बिंद्रा के ''द बड़ा भारत शो'' में दिखाया गया था, जहाँ उन्होंने अपने व्यक्तिगत और व्यावसायिक जीवन के कई पहलुओं को साझा किया था. 


अवध ओझा आज सोशल मीडिया पर एक जाना-पहचाना चेहरा बन गए हैं, जहां हजारों छात्र उनसे ऑनलाइन क्लास लेते हैं. उन्होंने अपने योगदान से शिक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय सुधार किया है. जबकि वह एक बार आईएएस अधिकारी बनने की इच्छा रखते थे, लेकिन कई प्रयासों के बावजूद उनका सपना पूरा नहीं हुआ. हालांकि, उन्होंने अन्य छात्रों के सपनों को पूरा करने का संकल्प लिया. इसके बाद, वह एक शिक्षक बन गए और देश भर के कई प्रमुख कोचिंग सेंटरों में छात्रों को पढ़ाया. हालाँकि, जब सोशल मीडिया और इंटरनेट का युग आया, तो उन्होंने अपनी अनूठी और उत्कृष्ट शिक्षण शैली के लिए प्रसिद्धि प्राप्त की. डॉ. विवेक बिंद्रा के ''उद्यमी लॉन्चपैड'' कार्यक्रम के दौरान अवध ओझा सर आए और उन्होंने वहां मौजूद छात्रों और उद्यमियों को उनके भविष्य के लिए मार्गदर्शन करते हुए अपने निजी जीवन में आए संघर्षों के बारे में बात की. 


अपने सत्र के दौरान, अवध ओझा सर ने सफलता के लिए एक मंत्र साझा किया, जिसमें उन्होंने कहा कि जीवन में सफलता प्राप्त करने के लिए व्यक्ति को बुद्धि, ज्ञान और नैतिकता को जोड़ना चाहिए. उन्होंने इस विशेष सफलता मंत्र को ''बिंद्रा के सिद्धांत'' नाम दिया और बताया कि डॉ. विवेक बिंद्रा ने हमेशा इस सिद्धांत का पालन किया है. इसके अतिरिक्त, ओझा सर ने डॉ. विवेक बिंद्रा को वर्तमान युग का राजा बताते हुए उन्हें ''विवेक विक्रमादित्य'' कहकर संबोधित किया. डॉ विवेक बिंद्रा ने देश में उद्यमिता और स्टार्टअप को बढ़ावा देने के लिए इस ''उद्यमी लॉन्चपैड''कार्यक्रम का आयोजन किया. 


कार्यक्रम में वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल के साथ-साथ सोशल मीडिया प्रभावशाली रणवीर अल्लाहबादिया और खान सर जैसे मुख्य वक्ता शामिल थे, जिन्होंने दर्शकों को प्रेरित और प्रोत्साहित किया. 


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