दिल्ली, 11 फ़रवरी: आसमान में गूंजती शंख की ध्वनि अब सिर्फ आध्यात्मिक प्रतीक नहीं रहेगी, बल्कि यह भारतीय हवाई यात्रा में एक नए युग की शुरुआत का संकेत भी बनेगी. श्रवण विश्वकर्मा, एक साधारण पृष्ठभूमि से आने वाले असाधारण व्यक्ति, अब लाखों आम लोगों के हवाई सफर के सपनों को पंख देने जा रहे हैं. उनकी एयरलाइन, शंख एयर, न सिर्फ यात्रा का एक साधन होगी, बल्कि यह एक क्रांति होगी- एक ऐसी क्रांति जो हवाई यात्रा को सिर्फ उच्च वर्ग की संपत्ति से बाहर निकालकर हर नागरिक के लिए सुलभ बनाएगी.
एक सपना जो जमीन से उठा और आसमान तक पहुंचाश्रवण विश्वकर्मा का सफर साधारण नहीं था. उन्होंने बचपन में कभी नहीं सोचा था कि एक दिन वह खुद एक एयरलाइन के संस्थापक बनेंगे. लेकिन उनका विश्वास और उनकी हिम्मत ने उन्हें आगे बढ़ाया. "जो व्यक्ति सोच सकता है, वह कर भी सकता है," यह उनका सिर्फ विश्वास नहीं, बल्कि उनकी सफलता की कुंजी भी रही है.
आज जब शंख एयर अपनी 10 एयरबस A320/321 विमानों के साथ उड़ान भरने की तैयारी कर रहा है, तो यह सिर्फ एक बिजनेस की कहानी नहीं, बल्कि हर उस भारतीय का सपना पूरा होने का प्रतीक है, जिसने कभी आसमान की ओर देखकर उड़ने की इच्छा की थी.
आम आदमी की एयरलाइनआज भारत की एयरलाइन इंडस्ट्री पर बड़े कॉरपोरेट घरानों का दबदबा है, लेकिन श्रवण विश्वकर्मा इस एकाधिकार को चुनौती देने के लिए तैयार हैं. वे मानते हैं कि हवाई यात्रा पर केवल उच्च वर्ग का अधिकार नहीं होना चाहिए. किसान, लघु उद्यमी, मजदूर-हर भारतीय को यह सुविधा मिलनी चाहिए और वह भी ऐसी कीमत पर जो उनकी जेब पर भारी न पड़े.
शंख एयर सिर्फ एक एयरलाइन नहीं, बल्कि उन लोगों के लिए उम्मीद की किरण है, जो हमेशा सोचते थे कि हवाई यात्रा उनके लिए नहीं है.
जोखिम उठाने वालों के लिए नया सबकसफलता हमेशा उन लोगों को मिलती है जो जोखिम उठाने की हिम्मत रखते हैं. श्रवण विश्वकर्मा ने भी यही किया. उनकी योजना शायद पहली नजर में जोखिम भरी लगे, लेकिन यही जोखिम उन्हें ऊंचाइयों तक ले जाएगा.
उनका मानना है कि डर को पार करना ही असली जीत है. "जो रिस्क लेने से डरते हैं, वे कभी आगे नहीं बढ़ते. लेकिन जो जोखिम उठाते हैं, वे दूसरों के लिए मिसाल बनते हैं."
अब हर कोई उड़ सकता हैअब तक भारत में सिर्फ बड़े नामों की एयरलाइंस थीं, लेकिन अब एक छोटे शहर का लड़का अपने बड़े सपने के साथ इस इंडस्ट्री में अपना नाम दर्ज करवाने जा रहा है. शंख एयर न सिर्फ एक नया नाम होगा, बल्कि यह हर भारतीय के लिए एक नया अवसर भी लेकर आएगा.
श्रवण विश्वकर्मा और उनकी शंख एयर इस बात का प्रमाण हैं कि अगर इंसान सच्चे इरादों के साथ मेहनत करे, तो वह जमीन से आसमान तक उड़ान भर सकता है. अब वह दिन दूर नहीं जब शंख की गूंज पूरे देश में गूंजेगी, और हर भारतीय को यह एहसास होगा कि "हवाई यात्रा अब सिर्फ अमीरों के लिए नहीं, बल्कि हम सबके लिए भी है."
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