बिहार बोर्ड 12वीं के नतीजे आ चुके हैं. साइंस स्ट्रीम में खगड़िया की रहने वाली आयुषि नंदन ने टॉप किया है. उसे कुल 94.8 फीसदी अंक मिले. इसके बाद सेकेंड टॉपर हैं हिमाशु कुमार. हिमांशु को 94.4 फीसदी मार्क्स मिले हैं. उन्होंने आरपीएस कॉलेज हरनौत से पढ़ाई की है. एबीपी डिजिटल टीम से बात करते हुए हिमांशु ने बताया कि उन्होंने किस तरह से पूरी तैयारी की. इसके साथ ही उन्होंने अपने आगे का लक्ष्य बताया. साथ ही, वे छात्र जिन्हें इस एग्जाम से निराशा हाथ लगी, उनके लिए भी हिमांशु ने कुछ सुझाव दिए हैं. आइए जानते हैं कि उन्होंने क्या-क्या कहा: 


12 साइंस की पढ़ाई मैंने अपने कॉलेज में रहकर ही की. अच्छे से कॉलेज के अंदर पढ़ाई करायी जाती थी. हमारा ये सोचना था कि किसी भी विषय की हम अच्छे से तैयारी करें. आगे कुछ ऐसा हम करना चाहते हैं ताकि गांव का नाम रोशन किया जा सके. कभी भी हम समय देखकर पढ़ाई नहीं करते थे, बल्कि हमेशा ही एक लक्ष्य लेकर पढ़ाई की.


मतलब आज इतनी हमें पढ़ाई करनी है, ये सोचकर हम उतनी पढ़ाई पूरी करते थे. हर बड़े सब्जेक्ट पर फोकस करते थे ताकि हमारा रिजल्ट अच्छा रहे. मेरा मैथ फेवरेट सब्जेक्ट था. मैथ के टीचर काफी मदद करते थे और वे कहते थे कि हम जितना अच्छा करेंगे ये हमारे लिए अच्छा रहेगा. इसलिए हम और बेहतर पढ़ाई करते थे.


हमने अपनी तरफ से बेस्ट दिया था और हमें लगता है कि जितनी मैंने मेहनत की, उसके हिसाब से बेहतर नतीजे आए हैं. हमारा सुझाव छात्रों से है कि वे रेगुलर पढ़ाई करें. क्लास में जितनी पढा़ई कर रहे हैं उस पर फोकस करें.  मैथ में जितना भी पढ़ाई करते थे, उसको तुरत रिवाइज करते थे. जीवन में आगे ये लक्ष्य है कि एसएससी सीजीएल की तैयारी करना चाहते हैं.


कॉलेज में जितने टीचर थे वे हमें काफी मोटिवेट करते थे. टीचर ये बताते थे कि जितना पढ़ोगे परिवार और गांव का नाम होगा, इसलिए टीचर को भी हम धन्यवाद देना चाहते हैं. इसके अलावा, माता-पिता ने भी काफी मदद की. भाई ने भी तैयारी में हमें काफी मदद की थी.


कम समय में कैसे बेहतर नतीजे आए इसके लिए सफलता का मंत्र ये है कि आप कोई भी चीज पढ़िये, उसमें निरंतरता और रिवाइज होना जरूरी है. इसलिए क्लास में जो कुछ भी पढ़ाई हो, उसको जरूर रिवाइज करें. जिन छात्रों को निराशा हाथ लगी है, उनको मैं ये कहना चाहूंगा कि अगर अच्छे नतीजे नहीं आए तो ये नहीं सोचना है कि हम हार गए. जो होना था वो हो गया. अब आगे बढ़ें तो और बेहतर करेंगे.


[नोट- उपरोक्त दिए गए विचार लेखक के व्यक्तिगत विचार हैं. ये जरूरी नहीं कि एबीपी न्यूज़ ग्रुप इससे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है. ये आर्टिकल बिहार इंटरमीडिएट बोर्ड परीक्षा में सेकेंड साइंस टॉपर हिमांशु कुमार से बातचीत पर आधारित है]