भारत सरकार की ओर से 22 सितंबर 2025 को लागू किए गए GST 2.0 का असर अब साफ दिखाई देने लगा है. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बताया कि नई जीएसटी दरों के लागू होने के बाद से कार सेल्स दोगुनी हो गई हैं और अब तक यह आंकड़ा 5 लाख यूनिट्स तक पहुंच चुका है. वित्त मंत्री ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर एक पोस्ट के जरिए बताया कि 22 सितंबर,2025 से लेकर दीपावली तक वाहन उद्योग की रिटेल बिक्री 6.5 लाख से 7 लाख यूनिट्स के बीच रही है. उन्होंने लिखा,“GST 2.0 लागू होने के बाद ऑटो सेक्टर को जबरदस्त गति मिली है. खासकर त्योहारों के सीजन में वाहन खरीद में तेजी आई है, जिससे उद्योग को नई ऊर्जा मिली है.”
कारों की बिक्री दोगुनी
- वित्त मंत्री के बयान के अनुसार, GST 2.0 लागू होने के सिर्फ एक महीने में ही देश में कारों की मांग दोगुनी हो गई. ऑटोमोटिव उद्योग में सैल्स ग्रोथ 100% से ज्यादा रही, जो हाल के वर्षों में एक ऐतिहासिक आंकड़ा है. त्योहारों के दौरान ई-कॉमर्स और क्विक-कॉमर्स प्लेटफॉर्म्स पर भी बिक्री में भारी बढ़ोतरी देखी गई. प्रीमियम प्रोडक्ट्स की डिमांड और इंस्टेंट डिलीवरी सर्विसेज के कारण बड़े शहरों के साथ-साथ छोटे शहरों में भी कंज्यूमर्स का खर्च बढ़ा है. GST में संशोधन के तहत, कारों और दोपहिया वाहनों पर कर दरों में कमी की गई थी, जिससे ग्राहकों के लिए कीमतें ज्यादा सुलभ हो गईं. इस कदम से बाजार में न केवल मांग बढ़ी बल्कि रोजगार के नए अवसर भी पैदा हुए.
टाटा मोटर्स की बिक्री में 33% की बढ़ोतरी
- टाटा मोटर्स ने बताया कि नवरात्रि से लेकर दीपावली तक के 30 दिनों में कंपनी ने 1 लाख से ज्यादा गाड़ियों की डिलीवरी की. यह पिछले साल की तुलना में 33% ज्यादा है. कंपनी ने बताया कि SUV सेगमेंट में उसका प्रदर्शन सबसे बेहतर रहा और Tata Nexon, Harrier और Punch जैसी गाड़ियों की बिक्री में रिकॉर्ड वृद्धि हुई.
मारुति सुजुकी का बयान
- मारुति सुजुकी इंडिया ने कहा कि GST दरों में कमी और “Make in India” पहल के चलते कंज्यूमर्स का झुकाव स्थानीय उत्पादों की ओर बढ़ा है. कंपनी के अनुसार, 2025 की दिवाली सेल्स 6.05 लाख करोड़ के रिकॉर्ड स्तर तक पहुंच गई. यह भारतीय ऑटो उद्योग के इतिहास में सबसे बड़ा त्योहार सीजन माना जा रहा है.
रोजगार और सप्लाई चेन में भी आई तेजी
- दिवाली सेल्स के दौरान न केवल वाहन बिक्री बढ़ी, बल्कि इससे जुड़े सेक्टर्स जैसे लॉजिस्टिक्स, ट्रांसपोर्ट, पैकेजिंग और डिलीवरी में भी भारी हलचल रही. रिपोर्ट्स के अनुसार, इस सीजन में करीब 50 लाख लोगों के लिए अस्थायी रोजगार के अवसर बने. ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म्स ने फुलफिलमेंट सेंटरों में अतिरिक्त मैनपावर लगाई, वहीं ऑटोमोबाइल शोरूम्स ने फेस्टिव ऑफर्स और फाइनेंस स्कीम्स के जरिए ग्राहकों को एक्स्ट्रा किया.
ये भी पढ़ें: अब शुरू होगा फैमिली कारों का नया दौर! एक साथ लॉन्च होंगी Maruti, Hyundai और Nissan की 4 MPV
Car loan Information:
Calculate Car Loan EMI