Car Warranty: राजस्थान के उदयपुर का एक वीडियो सोशल मीडिया पर सुर्खियों में छाया हुआ है. जिसमें एक व्यक्ति अपनी क्रेटा कार को गधों से खिचबाकर शोरूम की तरफ लेकर जा रहा है. जिसकी वजह नई कार में आयी कुछ गड़बड़ी थी. वहीं दूसरी कार में आयी खराबी को कंपनी ने मालिक की गलती बताया है, जिसकी वजह बाहर से एक्सेसरीज का लगवाना है. आपको ऐसी परेशानी न झेलनी पड़े, इसके लिए आपको कुछ बातों की जानकारी होना जरूरी है. जिनके बारे में हम आपको बताने जा रहे हैं.


समय पर सर्विस न करवाने पर


हर कार निर्माता कंपनी गाड़ी के साथ एक कार मैनुअल देती है. जिसमें कार की सर्विस कब-कब करवानी है, इसकी जानकारी दी हुई होती है. अगर आप उसके मुताबिक सर्विस न करवाकर, इसे डिले कर देते हैं और आपकी गाड़ी में कुछ खराबी आ जाती है. ऐसी स्थिति में कंपनी आपकी गाड़ी को अंदर-वारंटी मानने से इनकार कर सकती है.


लोकल पार्ट्स डलवाने पर


आजकल मार्केट में लोकल पार्ट्स की भरमार है. वहीं कम कीमत के चलते इनकी बिक्री भी खूब होती है. अगर आपने अपनी गाड़ी में लोकल पार्ट्स का यूज किया और गाड़ी के साथ कोई घटना घटती है. तब उस लोकल पार्ट्स की वजह से आपको अपनी गाड़ी की वारंटी से हाथ धोना पड़ सकता है.


वायर में कट लगने से


अगर आप अपनी गाड़ी में आफ्टर मार्केट कोई एक्सेसरीज लगवाते हैं, जिसकी वजह से कार में कोई गड़बड़ी आना शुरू हो जाती है. तब कंपनी आपकी गाड़ी की वारंट कैंसिल कर उसे ठीक करने से मना कर सकती है.


इंजन को गलत ट्यून करवाने पर


हर कार निर्माता कंपनी अपनी गाड़ी के इंजन को पार्ट्स के हिसाब से ट्यून करती है. लेकिन कभी-कभी कुछ लोग ज्यादा पावर लेने के चक्कर में अपनी गाड़ियों के इंजन में छेड़छाड़ करवा लेते हैं. इसकी वजह से गाड़ी की वारंटी से हाथ धोना पड़ सकता है.


कार के स्ट्रक्चर में बदलाव करने पर


अगर कोई अपनी कार के बेसिक स्ट्रक्टर में मॉडिफिकेशन करवाता है, तो कंपनी सीधा गाड़ी की वारंटी खत्म कर देती है. क्योंकि इससे गाड़ी की मजबूती में कमी आती है. यहां तक कि गाड़ी में बाजार से सनरूफ लगवाने पर भी वारंटी खत्म हो जाती है.


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