23 september 2021, Equinox: ज्योतिष शास्त्र के अनुसार सूर्य ग्रह की भूमिका मौसम के परिवर्तन में अहम मानी गई है. सूर्य को सभी ग्रहों का राजा माना गया है. विज्ञान की मानें तो सौरमंडल में सूर्य अपने निर्धारित कक्ष में चक्कर लगाता है. सूर्य की दिशा उत्तर से दक्षिण रहती है. पृथ्वी अपनी धुरी पर 23.5 डिग्री झुकी हुई है और सूर्य के चक्कर लगा रही है. जिस कारण 21 मार्च और 23 सितंबर को पृथ्वी की भूमध्य रेखा बिल्कुल सूर्य के सामने पड़ती है. जिस कारण दिन और रात्रि का समय बराबर हो जाता है. इस कारण 23 सितंबर 2021, गुरुवार को इक्वीनॉक्स (Equinox 2021) की स्थिति बन रही है, इक्वीनॉक्स लैटिन भाषा का शब्द है, जिसका अर्थ समान रात बताया गया है. हिंदी में इसे विषुव कहा जाता है, जोकि संस्कृत भाषा से लिया गया है.


गर्मी और सर्दी के मौसम का आरंभ
मान्यता है कि 21 मार्च को जब विषुव यानि इक्वीनॉक्स की स्थिति बनती है तो गर्मी का आरंभ होता है, जब ये स्थिति 22 सितंबर को बनती है तो सर्दी यानि शरद ऋतु के आरंभ होने का संकेत होता है. इस दिन, दिन और रात बराबर होते हैं. 23 सितंबर से दिन छोटा और रात बड़ी होने लगती है.


सूर्य का दक्षिणी गोलार्द्ध में प्रवेश
मान्यता है कि 23 सितंबर को जब सूर्य देव दक्षिणी गोलार्द्ध में प्रवेश करते हैं, जिस कारण से पृथ्वी के मौसम में बदलाव की स्थिति बनने लगती है. सूर्य और पृथ्वी का सौरमंडल में रोटेशन यानि नियमित आवर्तन होता है. इस कारण सूर्य की किरणें पृथ्वी पर तिरछी पड़ती हैं. जिससे 23 सितंबर के बाद गुलाबी ठंडक पड़ने लगती है.


23 सितंबर 2021 का पंचांग
पंचांग के अनुसार 23 सितंबर 2021, गुरुवार को आश्विन मास की कृष्ण पक्ष की द्वितीया तिथि है. इस दिन चंद्रमा मीन राशि में गोचर कर रहा है. गुरुवार को रेवती नक्षत्र रहेगा. कन्या राशि में सूर्य विराजमान रहेंगे. 


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