Shani Dev: शनि देव को ज्योतिष शास्त्र में महत्वपूर्ण ग्रह माना गया है. पौराणिक कथाओं के अनुसार शनि की दृष्टि से मनुष्य ही नहीं देवता भी घबराते हैं. भगवान शिव को भी शनि की दृष्टि का शिकार होना पड़ा था. शनि अशुभ होने पर व्यक्ति का जीवन परेशानियों से भर देते हैं. वर्तमान समय में शनि वक्री यानि उल्टी चाल चल रहे हैं. शनि मार्गी होने जा रहे हैं. नवरात्रि में शनि की चाल में हो रहा परिवर्तन मेष से मीन राशि तक के लोगों को प्रभावित करने जा रहा है.


शनि मार्गी 2021 (Shani Margi 2021 Dates)
मकर राशि में शनि विराजमान हैं. शनि देव को मकर राशि का स्वामी माना गया है. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार शनि को मकर और कुंभ राशि के स्वामी हैं. तुला राशि में शनि को उच्च का माना गया है, जबकि मेष राशि में शनि नीच के हो जाते हैं. वर्तमान में शनि वक्री हैं. शनि अब मार्गी होने जा रहे हैं. पंचांग के अनुसार 11 अक्टूबर 2021 को शनि वक्री से मार्गी होंगे.


नवरात्रि में शनि बदलेंगे चाल (Navratri 2021)
नवरात्रि का पर्व 7 अक्टूबर 2021 से आरंभ हो रहा है. नवरात्रि का पर्व 15 अक्टूबर 2021 तक मनाया जाएगा. 11 अक्टूबर 2021 को शनि मार्गी हो रहे हैं. इस दिन मां कात्यायनी की पूजा की जाएगी. मां कात्यायनी की पूजा जीवन में आने वाली बाधाओं को दूर करने वाली मानी गई है. इस शनि देव के साथ मां कात्यायनी की पूजा करने से जीवन में आ रही है दिक्कतों को दूर करने में सफलता प्राप्त होती है.


शनि की दृष्टि (Shani Ki Drishti)
मिथुन, तुला, धनु, मकर और कुंभ राशि पर शनि की दृष्टि है. मिथुन और तुला राशि पर शनि की ढैया. धनु, मकर और कुंभ राशि पर साढ़ेसाती चल रही है. इसलिए इन रशियों को विशेष ध्यान देने की जरूरत है. शनि को शांत रखने के लिए शनि चालीसा और शनि मंत्रों का जाप करना चाहिए. शनिवार के दिन शनि देव की पूजा करने से भी शांत होते हैं.


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