Shani Dev Puja: आज 14 मई को वैशाख मास का अंतिम शनिवार है. इस दिन शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि शाम 3 बजकर 22 मिनट तक है. उसके बाद चतुर्दशी लगेगी. सूर्य मेष राशि में विराजमान है और योग व्यातीपात है. चन्द्रमा 06:12 AM तक कन्या राशि में तदोपरांत तुला राशि पर संचार करेगा. वहीं 5 बजकर 28 मिनट तक चित्रा नक्षत्र है उसके बाद स्वाती नक्षत्र लग जायेगा. हिंदू पंचांग के मुताबिक़, सर्वार्थ सिद्धि योग आज 14 मई को 05:28 PM से 15 मई 05:13 AM तक तथा रवि पुष्य योग 05:28 PM से 15 मई को 05:13 AM तक रहेगा.


सर्वार्थ सिद्धि योग और रवि योग का निर्माण


आज शनिवार को सर्वार्थ सिद्धि योग और रवि योग का निर्माण हो रहा है. ऐसे में शनिदेव की पूजा अत्यंत लाभदायी सिद्ध होगी. ज्योतिष शास्त्र में कहा गया है कि सर्वार्थ सिद्धि योग में किया गया कार्य सफल और पूर्ण फलदायी होता है. सर्वार्थ सिद्धि योग को एक अत्यंत शुभ योग माना गया है. कहा जाता है कि इस योग में किया गया पूजन सभी इच्छाओं तथा मनोकामनाओं को पूरा करने वाला होता है.


शनि की साढ़े साती और ढैय्या का प्रभाव


जिन लोगों को शनि की साढ़े साती और ढैय्या का दुष्प्रभाव झेलना पड़ रहा है. उनके लिए आज के दिन बन रहे इस योग में शनि देव की पूजा अति फलदायी होगी.


इन राशियों पर शुरू हुआ है शनि की साढ़े साती  


कर्क राशि (Cancer): 29 अप्रैल 2022 को शनि के राशि परिवर्तन से कर्क राशि वालों पर शनि की ढैय्या आरंभ हो चुकी है. शनि की ढैय्या धन, सेहत और दांपत्य जीवन को प्रभावित करता है. इस लिए शनि के दुष्प्रभाव को कम करने के लिए शनिवार के दिन शनिदेव की पूजा करें.


वृश्चिक राशि (Scorpio): 29 अप्रैल 2022 से वृश्चिक राशि पर शनि की ढैय्या शुरू हो चुकी है. वृश्चिक राशि के स्वामी ग्रह मंगल हैं. शनि की ढैय्या से इस राशि के जातकों में क्रोध की वृद्धि होगी. जिसे सभी समस्याओं का जड़ माना जाता है. शनि के प्रभाव से बचने के लिए शनिवार के दिन शनि देव की पूजा करें. शनि की ढैय्या से राहत मिल सकती है.




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