Shani Ki Dhaiya: पंचांग के अनुसार 2 जनवरी 2021 का दिन बहुत ही शुभ है. इस दिन चतुर्थी की तिथि है. पौष मास की कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को संकष्टी चतुर्थी के नाम से भी जाना जाता है. इस गणेश जी की पूजा करने का विधान है. गणेश जी को विघ्नहर्ता भी कहा जाता है, ये सभी प्रकार के संकटों को दूर करने वाले देव माने गए हैं.


शनिवार के दिन शनि देव की पूजा का भी विधान है. शनि देव और गणेश जी की पूजा इस दिन एक साथ करने से शनि का दोष तो दूर होता ही है साथ ही साथ राहु और केतु का दोष भी दूर होता है. इन दोनों ग्रहों का फल भी शनि के समान ही माना गया है. इसलिए जिन लोगों के जीवन में राहु-केतु और शनि देव अशुभ फल प्रदान कर रहे हैं, उनके लिए यह दिन बहुत ही शुभ है.


मिथुन और तुला राशि पर है शानि की ढैय्या
ज्योतिष गणना के अनुसार इस समय मिथुन और तुला राशि पर शनि की ढैय्या चल रही है. शनि की ढैय्या ढाई वर्ष तक व्यक्ति पर रहती है. इस दौरान शनि अशुभ होने पर बहुत ही बुरे फल प्रदान करते हैं.


धनु, मकर और कुंभ राशि पर है शनि की साढ़ेसाती
धनु, मकर और कुुंभ राशि पर इस समय शनि की साढ़ेसाती चल रही है. साढ़ेसाती के दौरान शनि हर प्रकार की हानि देने का काम करते हैं. इस दौरान रोग, आर्थिक नुकसान में वृद्धि होती हैं और व्यक्ति का जीवन संकटों से भर जाता है.


शनि देव का वर्ष 2021 में नहीं कोई राशि परिवर्तन
शनि देव वर्ष 2021 में कोई राशि नहीं बदल रहे हैं, शनि इस बार सिर्फ नक्षत्र परिवर्तन कर रहे हैं. शनि 20 जनवरी 2021 तक उत्तराषाढ़ा नक्षत्र में रहेंगे. वहीं 22 जनवरी को शनि श्रवण नक्षत्र में रहेंगे. इस समय शनि देव मकर राशि में गोचर कर रहे हैं, जहां वे देव गुरु बृहस्पति के साथ युति बनाएं हुए हैं.


शनि का उपाय
शनिवार को शनि का दान करना चाहिए. ऐसा करने से शनि प्रसन्न होते हैं. शनि देव निर्धन और जरूरतमंदों की सेवा करने से भी प्रसन्न होते हैं. शनिवार के दिन काले कंबल का दान करने से शनि बहुत जल्दी शुभ फल देत हैं.


शनि का मंत्र
ॐ प्रां प्रीं प्रौं शनैश्चराय नम:

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