Sarvartha Siddhi Yoga May: ज्योतिष शास्त्र में हर एक योग का विशेष महत्व होता है. कोई विशेष या शुभ मुहूर्त ना होने पर इन योग के साथ में शुभ, लाभ या अमृत का चौघड़िया देखकर कोई भी शुभ कार्य किया जा सकता है. इन सभी योगों में सर्वार्थ सिद्धि योग को बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है. आइए जानते हैं कि सर्वार्थ सिद्धि योग क्या है और यह कब-कब शुभ और अशुभ फल देता है.


क्या है सर्वार्थ सिद्धि योग


वार और नक्षत्र के संयोग को सर्वार्थ सिद्धि योग कहते हैं. यह योग विशेष वारों को पड़ने वाले विशेष नक्षत्रों के योग से बनता होता है. सोमवार के दिन यदि रोहिणी, मृगशिरा, पुष्य, अनुराधा और श्रवण नक्षत्र हो तो इसका ज्यादा प्रभाव पड़ता है. अगर यह योग गुरुवार और शुक्रवार के दिन बनता है तो इस दिन कोई भी तिथि हो, यह योग नष्ट नहीं होता है वहीं कुछ विशेष तिथियों में यह योग बनने के बाद भी नष्ट हो जाता है.



सोमवार के दिन रोहिणी, मृगशिरा, पुष्य, अनुराधा और श्रवण नक्षत्र होने पर सर्वार्थ सिद्धि योग बनता है जबकि द्वितीया और एकादशी तिथि होने पर यह शुभ योग अशुभ मुहूर्त में बदल जाता है. माना जाता है कि इस योग में किया गए सारे कार्य सफल होते हैं. सर्वार्थ सिद्धि योग में नए कारोबार की शुरुआत करना, किसी प्रकार की शिक्षा ग्रहण करना, नई नौकरी पर जाना, गृह कार्य प्रारंभ करना जैसे काम किए जा सकते है. सर्वार्थ सिद्धि योग में किए गए सभी कार्य पूरे होते हैं और यह शुभ फलदायी भी होते हैं.


सर्वार्थ सिद्धि योग कब बन जाता है अशुभ 


सर्वार्थ सिद्धि योग अगर द्वितिया या फिर एकादशी के दिन बन रहा हो तो इसे शुभ नहीं माना जाता है. यह योग अगर मंगलवार और शनिवार के दिन बन रहा हो तो इस योग में लोहा खरीदना अशुभ माना जाता है. सर्वार्थ सिद्धि योग में विवाह करना सही नहीं माना जाता है. इस योग में यात्रा करना और गृह प्रवेश करना भी अशुभ माना जाता है. सर्वार्थ सिद्धि योग अगर गुरु-पुष्य योग से बन रहा हो और शनि रोहणी नक्षत्र योग से निर्मित तो भी यह योग शुभ नहीं माना जाता है.
 
मई में कब-कब है सर्वार्थ सिद्धि योग 


साल 2023 में कुल 162 सर्वार्थ सिद्धि योग रहेंगे. जनवरी में यह योग सबसे ज्यादा बना. जनवरी में यह योह 16 बार बना, अप्रैल में 6 बार बना. मई माह में सर्वार्थ सिद्धि योग 3 मई, 12 मई, 16 मई, 18 मई, 20 मई, 22 मई, 25 मई और 29 मई को रहेगा. जबकि जून में यह योग 5 जून , 11 जून, 13 जून, 17 जून, 25 जून और 30 जून को बनेगा.


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