Chandra Grahan 2021 In India Date And Time: चंद्रमा को ज्योतिष शास्त्र में अहम स्थान प्रदान किया गया है. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार चंद्रमा को मन का कारक माना गया है. चंद्रमा का संबंध माता से भी है. पौराणिक ग्रंथों में चंद्रमा का वर्णन मिलता है. चंद्रमा के बारे में वेद और पुराण में भी बताया गया है. चंद्रमा को सोम भी कहा जाता है. चंद्रमा भगवान शिव के भक्त हैं. चंद्रमा को भगवान शिव का विशेष स्नेह प्राप्त है. अग्नि पुराण में चंद्रमा के जन्म के बारे में बताया गया है.
विज्ञान के अनुसार चंद्रमा पृथ्वी के नजदीक है. चंद्रमा को पृथ्वी का एक उपग्रह माना गया है. पृथ्वी से लगभग 3,84,365 किलोमीटर दूर चंद्रमा की जमीन समतल नहीं है. चंद्रमा का व्यास 3,476 किलोमीटर है. चंद्रमा को पृथ्वी की 1 परिक्रमा करने में लगभग 27 दिन और 8 घंटे का समय लगता है.
चंद्र ग्रहण कब लग रहा है?पंचांग के अनुसार वर्ष 2021 में साल का आखिरी चंद्र 19 नबंवर 2021 को लगेगा. इस दिन चंद्रमा वृष राशि में गोचर करेंगा. हिंदू कैंलेडर के मुताबिक 19 नबंवर को कार्तिक मास की शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि रहेगी. कार्तिक पूर्णिमा की तिथि को चंद्र ग्रहण लग रहा है.
चंद्र ग्रहण की कथापौराणिक कथा के अनुसार राहु और केतु दो पाप ग्रह हैं. ये दोनों जब चंद्रमा पर हमला करते हैं तो ग्रहण की स्थिति बनती है. चंद्रमा जब इन पाप ग्रहों के संपर्क आता है तो ग्रहण योग की स्थिति बनती है. ग्रहण के समय चंद्रमा पीड़ित और कमजोर हो जाता है.
सूतक काल19 नबंवर 2021 को लगने वाले चंद्र ग्रहण में सूतक के नियमों का पालन नहीं किया जाएगा. इस ग्रहण को उपछाया ग्रहण माना जा रहा है. सूतक के नियमों का पालन तभी किया जाता है जब पूर्ण ग्रहण की स्थिति बनती है. साल का आखिरी चंद्र ग्रहण को पेनुमब्रल होगा.
चंद्र ग्रहण का समयपंचांग के अनुसार 19 नबंवर को लगभग 11 बजकर 30 मिनट पर चंद्र ग्रहण लगेगा और शाम 05 बजकर 33 मिनट पर ग्रहण समाप्त होगा.
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