पिछले एक महीने से काफी ज्यादा ठंड पड़ रही है. तापमान काफी नीचे आया है. सर्द हवाएं चल रही हैं. और खूब कोहरा भी पड़ रहा है. ठंड का यह मौसम किसानों के लिए मुसीबत वाला मौसम बन रहा है. कृषि वैज्ञानिकों का कहना है कि कोहरे और ओस गिरने के साथ फसल पर प्रभाव पड़ने की संभावना है. रबी की फसल के लिए यह मौसम जरूरी है. लेकिन अगर इसमें ज्यादा ठंड पड़ जाए तो फिर मुश्किल हो सकती है. आइए जानते हैं ठंडा के मौसम में किन किसानों के लिए परेशानी हो सकती है.


इन किसानों को हो सकता है नुकसान


ठंड में शीतलहर से और पाला पड़ने की वजह से किसानों को नुकसान हो जाता है. और खास तौर पर पाला पड़ने से फसलें बर्बाद हो जाती हैं. पाला का मतलब होता है फसलों के ऊपर जमा हुई ओस का बर्फ में तब्दील हो जाना. इसके चलते टमाटर, मिर्च, मटर, सरसों, धनिया, सौंफ और पपीता की खेती करने वाले किसानों को अधिक नुकसान हो सकता है. काफी समय तक कोहरा रहने से फसल की ग्रोथ भी कम होने लगती है और इसमें फंगस फैलने का भी डर रहता है. इसलिए इस मौसम में में किसानों को  खास रखरखाव की जरूरत पड़ती है. 


इस तरह कर सकते हैं बचाव


सर्दियों के मौसम में किसानों को ठंड से फसल बचाने के लिए कई सारे उपाय करने पड़ते हैं. इसके लिए वह तरह-तरह की तरकीबें अपनाते हैं. फसल को ठंड से खराब होने से बचाने के लिए किसान अपनी फसलों को प्लास्टिक की चादर से ढक सकते हैं. जिससे फसल पर पाला नहीं पड़ेगा और ना ही ओस गिरेगी. कोहरे के प्रभाव से बचने के लिए किसान सुबह-सुबह ही फसलों की सिंचाई कर सकते हैं. ताकि उस वक्त जब कोहरा पड़े तो उसका असर फसलों पर ना हो.


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