Papaya Cultivation Tips: फलों में पपीता बेहद लाभदायक होता है. किसान भी पपीते की खेती से काफी अच्छा मुनाफा कमाते. पपीते की खेती साल भर में कभी भी की जा सकती है. भारत के अलावा इंडोनेशिया ब्राजील नाइजीरिया और मेक्सिको में भी पपीता बड़े पैमाने पर उगाया जाता है. 


भारत में पपीता की खेती के लिए अप्रैल का महीना अच्छा माना जाता है. लेकिन पपीता की  खेती करने के दौरान कुछ बातों का ध्यान रखना होता है. जिसे खेती अच्छे तरीके से हो पाती है. चलिए जानते हैं  किन बातों का रखना होगा ध्यान. 


तापमान का रखें खास ध्यान


पपीता का फल गर्म मौसम में होने वाला फल है. इसके लिए तापमान 31 डिग्री से लेकर 36 डिग्री तक सही रहता है. पपीता की खेती के दौरान अगर तापमान कम होता है. तो इससे फसल को नुकसान हो जाता है. यहां तक की पपीता के पौधे भी खराब हो जाते हैं. इसकी खेती के लिए दोमद मिट्टी सही रहती है. पौधों को उस जगह लगाना चाहिए जहां पर अच्छे से सूरज की रोशनी आ सके. 


आप पपीता के पौधे नर्सरी में तैयार कर सकते हैं. या फिर नर्सरी में तैयार पौधे लगा सकते हैं. नर्सरी से पौधे लेने के बाद आप उसे रोपने जा रहे हैं. तो यह सुनिश्चित करें कि उसमें तीन-चार पत्ते आ चुके हो और वह 6 से 8 इंच तक लंबे हो. रोपने से एक दिन पहले उन्हें अच्छे से धो जरूर लें. 


पानी न भरने दें


नए रोपे गए पौधों को पर्याप्त मात्रा में पानी देना बेहद जरूरी है. आप पानी सीधे जड़ में पहुंचने के लिए ड्रिप से सिंचाई कर सकते हैं. इससे पानी बर्बाद भी नहीं होता. अप्रैल के महीने में पपीते के पौधे को पानी देना जरूरी होता है. लेकिन आपको इस बात का ध्यान रखना होता है कि पानी की मात्रा ज्यादा ना हो और उसकी जड़ में पानी भर ना जाए. नहीं तो फिर पौधा खराब हो सकता है. 


ज्यादा धूप और ठंड से भी नुकसान


पपीता के पौधे को गर्मी के मौसम में आपको ज्यादा गर्मी से बचाना होता है. गर्मी और धूप बहुत तेज पड़ रही हो तो ऐसे में आप बाग में जालीदार जाल लगा सकते हैं. जिससे धूप का प्रकोप कम हो. या फिर आप किसी और चीज से पौधों पर छाया कर सकते हैं. और जब तापमान बेहद कम हो जाता है. तो ऐसे में भी आपको पौधों की देखभाल करनी होती है. सर्दियों के मौसम में पाले से बचने के लिए आप प्लास्टिक या किसी और चीज का इस्तेमाल कर सकते हैं


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