International Year of Millets 2023: दुनियाभर में मोटे अनाजों की अहमियत का अंजादा लगता जा रहा है. किसानों के लिए मोटे अनाजों की खेती और लोगों के लिए मिलेट का नियमित सेवन करना फायदे का सौदा है. ये खाद्य सुरक्षा में भी अहम रोल अदा करते हैं. विशेषज्ञों का मानना है कि रोजाना की डाइट में मिलेट को शामिल करके कई बीमारियों का खतरा दूर किया जा सकता है. साथ ही, शरीर को मैग्नीशियम, आयरन, पोटेशियम, कैल्शियम, प्रोटीन, फास्फोरस और फाइबर जैसे गुण मिलते हैं. अभी तक सिर्फ इंसानों के लिए मोटे अनाजों को लाभकारी मानते थे, लेकिन अब पशुओं को भी संतुलित मात्रा में पोषक अनाज खिलाना फायदेमंद बताया जा रहा है. इससे पशुओं में पोषण की कमी, कमजोरी या कम दूध देने की समस्या को खत्म किया जा सकता है.


पशुओं को बाजरा खिलाने के फायदे


वैसे तो कहा जाता है कि मवेशियों को अनाज नहीं देना चाहिए, लेकिन असल में संतुलित मात्रा में मोटे अनाजों का सेवन पशुओं के लिए फायदेमंद बताया गया है. खासतौर पर सर्दियों में जब शीतलहर और पाले से पशुओं की भी तबीयत ढ़ीली हो जाती है.


ऐसे में यह बाजरा पशुओं की सेहत संभालने में अहम रोल अदा करता है. वैसे तो पशुओं को बाजरा के फसल अवशेष खिलाए जाते हैं, लेकिन भूसी-हरे चारे के साथ कुछ मात्रा में बाजरा खिलाने से पशुओं का पाचन तंत्र मजबूत बनता है.


इससे पशुओं के लिवर संबंधी रोगों को भी दूर किया जा सकता है. बच्चा पैदा करने वाली गाय-भैंसों के लिए भी बाजरा फायदेमंद है. यह पशुओं की कमजोरी दूर करता है और बेहतर दूध उत्पादन लेने में भी काफी मदद मिलती है.


दूध उत्पादन के लिए कैसे खिलाएं बाजरा


यदि आपके पशु कम मात्रा में दूध देते हैं या अपनी क्षमता अनुसार दूध उत्पादन नहीं कर पाते तो उन्हें संतुलित मात्रा में बाजरा खिला सकते हैं. यह दूध बढ़ाने और पशुओं में गर्माहट लाने का भी काम करता है.



  • पशुओं को ठंड से बचाने के लिए कोई अलग से दवा नहीं आती, लेकिन बाजरा अपने आप में हेल्दी-नेचुरल टॉनिक के तौर पर काम करता है.

  • दूध उत्पादन बढ़ाने के लिए बाजरा और मेथी को 4 से 5 दिन तक अंकुरित करके खिलाने की सलाह दी जाती हैं.

  • आप चाहें तो बाजरे के आटे की लोहियां बनाकर भी सीमित मात्रा में पशुओं को दे सकते हैं.

  • बाजरा को पकाकर या दलिया के तौर पर या फिर पानी में मिलाकर भी बाजरा पशुओं को पिला सकते है.

  • विशेषज्ञ बताते हैं कि गाय-भैंस को 1 से 2 किलोग्राम बाजरा खिलाना हेल्दी रहता है. इसमें कुछ मात्रा में नमक जोड़ने पर पशुओं में फुर्ती भी बनी रहती है.


नुकसान भी करता है बाजरा


आपने बाजरा के फायदे तो बहुत सुने होंगे. यह सर्दियों में इम्यूनिटी को स्ट्रांग करता है. इससे शरीर को पोषण मिलता है और कमजोरी दूर होती है, लेकिन यह सभी फायदे तभी मिलेंगे, जब संतुलित मात्रा में इसका सेवन किया जाएगा.


कई बार अधिक दूध उत्पादन लेने के चक्कर में पशुपालक अधिक मात्रा में पशुओं को बाजरा खिला देते हैं, जिससे पशुओं की सेहत पर उल्टा असर होने लगता है. बता दें कि अधिक बाजरा खिलाने से पशुओं में आफरा की समस्या पैदा हो सकती है.


लगातार कई दिनों तक बाजरा खिलाने से भी पशुओं के शरीर में आयरन की कमी हो जाती है. अधिक मात्रा में बाजरा का सेवन करने पर पशुओं के शरीर पर गांठे भी उभर सकते हैं.


Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. किसान भाई, किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.


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