Grow Free Vegetable on Terrance: आज के प्रदूषण और मंहगाई से भरे दौर में पौष्टिक और सस्ती सब्जी मिलना सपने जैसा लगता है. आमतौर शहरी आबादी के सामने ऐसी चुनौतियां खड़ी हो जाती है. कैसा रहेगा अगर पोषण से भरपूर सब्जियां कम खर्च में घर ही उग जायें? छत या बालकनी में छोटी सी बगिया, जिसमें सब्जियां और फूल लगे हों, जिससे रसोई की जरूरत भी पूरा हो जाये. आधुनिक भाषा में इस समाधान को Terrace Gardening कहते हैं. दिल्ली, गुरुग्राम, नोएड़ा, मुंबई, पुणे, चेन्नई और बैंगलोर जैसे बड़े शहरों में  Terrace Gardening फायदेमंद साबित हो रहा है. 


ये ठीक वैसा ही है, जैसे लोग घर की छत को सुंदर और महकता हुआ बनाने के लिये छत पर फूलों का छोटा सा गार्डन बना लेते हैं. छत पर बागवानी और सब्जियों की खेती भी कुछ ऐसा ही नुस्खा है. घर की छत पर ही कुछ गमले लगाकर फल और सब्जियां उगाई जा सकती हैं. इस विधि की मदद से खाने के लिये शुद्ध फल और सब्जियां तो मिल ही जायेंगी, साथ ही घर की छत और बागवानी में भी हरियाली की बहार आ जायेगी. इसके लिये कुछ सिंपल स्टेप्स को फॉलो करना होगा.


गमला तैयार करें
छत पर सब्जियां उगाने के लिये मिट्टी को गमलों से बाहर निकालकर धूप में सुखा लें. ऐसा करने से मिट्टी से सारे कीड़े-मकोड़े और कचरा निकल जायेगा. रसोई से निकले सब्जियों के छिलकों और दूसरे खाने के कचरे से कंपोस्ट तैयार करें. ध्यान रखें कि कचरे से प्लास्टिक और कागज निकाल दें. अब मिट्टी में खाद और कंपोस्ट को मिट्टी में मिलायें और गमलों को ऊपर तक थोड़ा खाली भर दें और छत य बालकनी पर लाइन में लगा दें. मिट्टी और मिश्रण भरने के बाद गमलों में पानी डालें और हल्की धूप ढंककर में रख दें. गमला तैयार करने के लिये प्लास्टिक की बाल्टी या पुराने टब का इस्तेमाल भी कर सकते हैं. 


बीज की बुवाई
एक बार गमला तैयार हो जाने के बाद उसमें बीज की बुवाई करें. बुवाई के लिये रसोई से ही टमाटर के बीज, शिमला मिर्च के बीज, लहसुन, प्याज, या फिर बैंगन की बीज भी गमले में बो सकते हैं. आप चाहें तो बाजार से किसी भी सब्जी का पौधा खरीदकर गमले में लगा सकते हैं. बीज या पौधा लगाने के बाद गमले में थोड़ा पानी डालें और हल्की धूप में अंकुरण के लिये रख दें. 


पौधों की सिंचाई 
यदि लगे तो गमलों की मिट्टी सूख रही है तो इसमें शाम के समय थोड़ा सा पानी डाल दें. गर्मियों में सुबह के समय और सर्दियों में हर तीन दिन के अंतराल पर पानी डालते रहें. गमले को तेज धूप लगने से बचायें और बारिश होने पर पानी जरूरत के अनुसार ही दें. 


पौध की देखभाल
ध्यान रखें कि गमलों को खुली धूप लगने से बचायें, इससे पौधे झुलस सकते हैं. चाहें तो छत पर ग्रीन नेट भी लगा सकते हैं, इससे जरूरत के अनुसार धूप पौधों को लगेगी और कीटे-मकोड़े भी नहीं पनपेंगे. इसके अलावा, समय-समय पर गमलों में निराई-गुड़ाई का काम करते रहें. इससे पौधों की बढ़वार जल्दी होगी. 


 


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