Milk Production: गाय का दूध बच्चों के लिए अमृत माना जाता है. दूध पोषक तत्वों से भरपूर होता है. कुछ प्रजाति की गाय बहुत अधिक दुग्ध उत्पादन करती हैं, जबकि कुछ प्रजाति की गायों का दूध सामान्य स्तर का होता है. पहले लोग ऑक्सीटोसीन इंजेक्शन लगाकर दूध अधिक दोह लेते थे. लेकिन इसके बॉडी पर निगेटिव इफेक्ट और अन्य परेशानियों को देखते हुए इसकी बिक्री बैन कर दी गई है. विशेषज्ञों का कहना है कि गाय के दूध बढ़ाने के लिए किसी तरह की दवा या फिर इंजेक्शन की जरूरत नहीं है. साधारण नुस्खों को अपनाकर गाय के दूध दोहन की क्षमता बढ़ाई जा सकती है. आज हम ऐसे ही नुस्खों पर बात करते हैं, जिन्हें आजमाकर गाय के दूध की क्षमता को बढ़ाया जा सकता है. 


सरसों का तेल और आटा, ऐसे बढ़ जाएगा दूध


ये बेहद साधारण नुस्खा है, जोकि सभी लोगों के घर में मौजूद होता है. सरसों के तेल और आटे की दवा बनाकर गाय को खिलाने से उसके दूध की मात्रा को बढ़ाया जा सकता है. जान लेते हैं कि दवा बनती कैसे है? करीब 300 ग्राम सरसों का तेल और 250 ग्राम आटा लें. दोनों को मिलाकर रख दें. शाम को जब पानी पिला दिया जाए और चारा खिला दें. उसके बाद यह दवा गाय को खिला देना चाहिए. इस दवा के खाने के बाद पानी नहीं देना है और न ही पानी के साथ यह दवा देनी है. 7 से आठ दिन तक इस दवा को डेली खिलाना होगा. जो पोषक चारा गाय को रहे हैं. उसे देना जारी रखें. धीरे धीरे गाय का दूध बढ़ना शुरू हो जाएगा. 


दूध बढ़ाने के लिए लोबिया भी फायदेमंद


लोबिया दूध बढ़ाने के लिए पशुओं के अच्छे चारे के तौर पर देखा जाता है. वेटरनिटी डिपार्टमेंट के अधिकारियों के अनुसार, लोबिया में औषधीय गुण होते हैं. यह नेचुरल ही दूध बढ़ाने का काम करता है. इसमें प्रोटीन, फाइबर भरपूर होते हैं. इससे यह पचने में आसान होती है. लंबे समय तक लोबिया घास खिलाने से गाय के दूध की क्षमता कापफी बढ़ जाती है. 


इस देशी औषधि से भी बढ़ सकता है दूध


गाय के दूध बढ़ाने के लिए देशी औषधि का भी प्रयोग किया जा सकता है. इसके लिए 250 ग्राम गेहूं का दलिया, 100 ग्राम गुड़ सर्बत आवटी, 50 ग्राम मैथी, एक कच्चा नारियल, 25 ग्राम जीरा, 25 ग्राम अजवाइन की जरूरत होती है.  इसे बनाने के तरीके की बात करें तो सबसे पहले दलिया, मैथी, गुड़ पका लें. बाद में नारियल पीसकर मिला दें. ठंडा होने पर पशु को खिला दें. दो महीने तक खाली पेट पशु को खिलानी होगी. यह प्रक्रिया गाय को बच्चा देने से एक महीने पहले शुरू करनी होगी. जब बच्चा हो जाएगा तो उसके एक महीने बाद तक यह दवा खिलानी होगी. 25-25 ग्राम अजवाईन व जीरा बछड़ा होने के केवल 3 दिन बाद तक ही देना चाहिए. बछड़ा होने के 21 दिन बाद तक गाय को सामान्य भोजन ही देते रहें. इससे दूध की क्षमता में बढ़ोत्तरी होगी. 


 


इन नुस्खों को भी आजमा सकते हो


1. दुधारु पशुओं गेहूं, मक्का, जौ, चना दाल का छिलका, सरसों, बिनौले की खली दें. 


2. हल्दी, शतावर, अजवाइन, सौंठ, सफेद मूसली आदि दें. 


3. चारे के साथ मिनरल, कैल्शियम, फाइबर, काब्रोहाइडेट युक्त पोषक तत्व दें


4. मिनरल्स के लिए प्रो पाउडर, मिल्क बूस्टर, मिल्कगेन दे सकते हैं. 


5. पर्याप्त मात्रा में स्वच्छ पानी पिलाएं, ताजे पानी से नहलाएं 



Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. किसान भाई, किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.


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