Dal Purchase: केंद्र सरकार के पास गेहूं के बाद दालों का भी भरपूर भंडार है. प्याज भी काफी तादाद में है. केंद्र सरकार के मुताबिक, चालू सीजन 2022-23 के लिए 2.5 लाख मीट्रिक प्याज का भंडार है. सभी दालों का बफर स्टॉक 43 लाख टन है. देश के सभी राज्यों में अलग- अलग दालों की मांग है. इसको देखते कुछ दालें दूसरे देशों से भी मंगाई गई हैं. केंद्र सरकार के अफसरों का कहना है कि सेंट्रल गवर्नमेंट की राज्यों में कल्याणकारी योजनाएं चल रही हैं. उन योजनाओं के बाकायदा संचालन के लिए पर्याप्त गेहूं और दालों का बफर स्टॉक है.
227 लाख टन गेहूं मौजूद
रिकॉर्ड के मुताबिक सरकार के पास सरकारी गोदामों में 227 लाख टन गेहूं हैं, जबकि बफर का अनिवार्य बफर स्केल 205 लाख टन है. यानि देश में 22 लाख टन अधिक गेहूं का भंडारण है. सरकारी अधिकारियों का कहना कि किसी को भी परेशान होने की जरूरत नहीं है. सरकार के पास समुचित खाद्यान्न भंडार है. अनाज की किल्लत किसी भी सूरत में नहीं होगी. वर्ष 2022 में खाद्यान्न की खरीद शुरू हो गई है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सेंट्रल गवर्नमेंट के अफसरों का कहना है कि 1 अप्रैल 2023 तक गेहूं का आवश्यक बफर स्केल 75 लाख टन होना चाहिए, जबकि इस बार गेहूं खरीद की स्थिति को देखते हुए यह 113 लाख टन हो सकता है.
हरियाणा को 2.7 लाख मीट्रिक टन डीएपी आवंटित
हरियाणा को रबी सीजन के लिए स्टेट को 2.7 लाख मीट्रिक टन डीएपी आवंटित हुआ है. 15 अक्टूबर तक 1.05 लाख मीट्रिक टन डीएपी स्टेट को मिला है. इसमें से 55736 मीट्रिक टन डीएपी की बिक्री हो चुकी है, जबकि 49769 टन अभी स्टॉक में है. जो शेष राज्यों को मिलना है, उसके भंडारण के लिए सभी व्यवस्था कर ली गई हैं.
11.5 लाख मीट्रिक टन यूरिया मिला
हरियाणा को ही रबी फसल के लिए काफी यूरिया भी स्टेट को मिला है. स्टेट को 11.5 लाख मीट्रिक टन यूरिया का आवंटन हुआ है. अब तक 3.11 लाख मीट्रिक टन यूरिया स्टेट को मिल गया है, जबकि स्टॉक ने 2.54 यूरिया स्टॉक में रखा है. जो बाकि मिलना है, उसके लिए स्टोकेज की व्यवस्था पूरी कर ली गई है.
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Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. किसान भाई, किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.