नई दिल्लीः बजट पेश होने में सिर्फ 5 दिन बाकी हैं और 29 जनवरी को संसद का बजट सत्र शुरू होने के साथ इसका काउंटडाउन शुरू हो जाएगा. देश का बजट सरकार के साथ-साथ आम जनता के लिए भी काफी बड़ा इवेंट होता है क्योंकि इसी से तय होता है कि उनकी जेब में कितना पैसा आएगा या जाएगा.


आम बजट को छोटे पैमाने पर नहीं देखा जा सकता क्योंकि इसके जरिए पूरे देश के सभी वर्गों, विभागों, कार्य योजना के लिए पैसे का आवंटन होता है. ऐसे में ये जानना जरूरी हो जाता है कि सरकार के बजट का कितना हिस्सा किसके लिए अलॉट होता है.


यहां जानिए कि देश के बजट से किस सेगमेंट और वर्ग को कितने पैसे का आवंटन आमतौर पर दिया जाता है.




  • टैक्स और ड्यूटी में राज्यों का हिस्सा करीब 24 फीसदी होता है.

  • इंट्ररेस्ट पेमेंट्स पर सरकार का करीब 18 फीसदी खर्च होता है.

  • सरकार बजट का सेंट्रल सेक्टर स्कीम पर 10 फीसदी खर्च जाता है.

  • बजट का 10 फीसदी सरकार द्वारा प्रायोजित यानी केंद्रीय स्पॉन्सर्ड योजनाओं पर किया जाता है.

  • सरकार जो सब्सिडी देती है उस पर 10 फीसदी का खर्च बजट में से दिया जाता है.

  • डिफेंस पर सरकार बजट का 9 फीसदी के करीब हिस्सा खर्च करती है.

  • फाइनेंस कमीशन और दूसरे ट्रांसफरेबल खर्चों पर सरकार अपने बजट का करीब 5 फीसदी खर्च कर सकती है.

  • अन्य खर्चों पर सरकार का करीब 13 फीसदी का खर्च हो सकता है.


विशेषः आंकड़े (इंडिया बजट डॉटनिक डॉटइन) से लिए गए हैं.


इस तरह कुल मिलाकर 99 फीसदी बजट का अलॉटमेंट सरकार द्वारा इन बड़े कार्यों के तहत किया जाता है.


बजट सत्र
इस बार का बजट सत्र दो चरणों में होगा. पहला सत्र 29 जनवरी से शुरू होगा और 9 फरवरी तक चलेगा. दूसरा सत्र 5 मार्च से होगा और 6 अप्रैल तक चलेगा. 29 जनवरी को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद संसद के दोनों सदनो को संबोधित करेंगे. वहीं 29 जनवरी को ही देश का आर्थिक सर्वे भी पेश किया जाएगा.