रूसी क्रांति के जनक व्लादिमीर लेनिन की मृत्यु जनवरी 1924 में हुई थी



लेनिन की मृत्यु के बाद उनका शव आज भी लेनिनग्राद में सुरक्षित रखा हुआ है



मृत्यु के बाद लेनिन के शव को जनता दर्शन के लिए रखा गया था



योजना थी कि लेनिन के शव को जनता दर्शन के बाद दफना दिया जाएगा



लेकिन तत्कालीन सोवियत शासक स्टालिन ने शव को दफनाये जाने से मना कर दिया



लेनिन के शव को बेहतर स्थिति में रखने के लिए रूसी वैज्ञानिक लगातार काम करते रहते हैं



जिस जगह लेनिन का शव रखा गया है उसे लेनिन म्युजोलियम कहा जाता हैं



लेनिन के शव को तरोताजा और वास्तविक स्वरूप में रखने के लिए मॉस्को में एक अलग इंस्टीट्यूट है



इस इंस्टीट्यूट में बायोकेमिस्ट, सर्जन और एन्टोमिस्ट विशषज्ञ है,जिन्हें म्युजोलियम ग्रुप कहा जाता है



लेनिन के शव की देखरेख करने के लिए रूस हर साल मोटी रकम खर्च करता है