इंद्रधनुष आमतौर पर बारिश के बाद बनता है

हमे यह एक छोर से दूसरे छोर तक आधा ही दिखाई देता है

हकीकत तो यह है कि इंद्रधनुष पूरा गोल होता है

धरती की गोल आकार की वजह से इंद्रधनुष का सिर्फ आधा हिस्सा ही दिखाई देता है

यह काफी दूर बनता है

पृथ्वी के गोल आकार के कारण इंद्रधनुष कुछ नीचे नजर आती है

जिस वजह से इसका केवल ऊपरी भाग ही देख पाते हैं

फ्लाइट के समय इंद्रधनुष बना हुआ दिखता है तो शायद पूरा गोल नजर आए

यह हमेशा सूरज की विरीत दिशा में बनता है

सूरज की रोशनी बारिश की बूंदों पर पड़ती है तो यह सात अलग-अलग रंगों में बंट जाती है

जिस कारण आसमान में सात अलग-अलग रंग दिखाई देते हैं