हेमकुंड साहिब उत्तराखंड के चमोली जिले में स्थित है जो समुद्रतल से 15,000 फीट की ऊंचाई पर है



यह गुरुद्वारा सिख समुदाय का एक पवित्र धार्मिक स्थल है



हेमकुंड साहिब पहुंचने के लिए गोविंदघाट से 13 किमी का ट्रैक करना पड़ता है



कहा जाता है कि गुरु गोविंद सिंह ने यहां पूर्व जन्म में योग-ध्यान किया था



वर्तमान गुरुद्वारे का निर्माण 1960 के दशक में किया गया था



इस गुरुद्वारे का निर्माण सेना के इंजीनियर-इन-चीफ मेजर जनरल हरकीरत सिंह के प्रयासों से हुआ



गुरुद्वारे के डिजाइन और निर्माण की जिम्मेदारी मिलिट्री इंजीनियरिंग सर्विस के मनमोहन सिंह सैली ने संभाली



निर्माण कार्य की निगरानी M/S साहिब सिंह, हरभजन सिंह और गुरशहरण सिंह ने की



विपरीत मौसम और ऊंचाई जैसी कठिनाइयों के बावजूद गुरुद्वारे का निर्माण बिना किसी रुकावट के हुआ



हेमकुंड साहिब गुरुद्वारा अपनी भव्यता और धार्मिक महत्त्व के लिए प्रसिद्ध है