वाराणसी की हर परंपरा सबसे अलग होती है

ऐसे में यहां एक बार फिर अनोखी होली का नजारा देखने को मिला

बता दें, वाराणसी के विश्व प्राचीन शमशान घाट पर लोगों ने धूम-धाम से होली खेली है

धधकती चिताओं के बीच लोगों ने यहां होली खेली है

एक तरफ चिताएं जल रही हैं

वहीं दूसरी तरफ लोगों ने हुड़दंग के साथ भस्म होली मनाई है

आपको जानकर हैरानी होगी कि गुलाल नहीं बल्कि चिताओं के राख को गालों पर लगाया जाता है

ये परंपरा सालों से चलती आ रही है

इस उत्सव में सबसे पहले बाबा मसाननाथ की विधिवत पूजा होती है

उनकी आज्ञा के बाद ही होली खेलनी शूरू की जाती है

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