उत्तर प्रदेश का बिसरख गांव रावण के जन्मस्थान के रूप में माना जाता है

Image Source: instagram

कहा जाता है कि रावण के पिता ऋषि विश्रवा यहीं निवास करते थे

Image Source: instagram

गांव का नाम बिसरख ऋषि विश्रवा के नाम पर पड़ा था

Image Source: Instagram

यहां दशहरे पर रावण का पुतला नहीं जलाया जाता बल्कि उनकी पूजा होती है

Image Source: instagram

ग्रामीण रावण को अपने पूर्वज और देवता के रूप में मानते हैं

Image Source: instagram

दशहरे के दिन यहां शोक मनाया जाता है न कि उत्सव

Image Source: instagram

ऐसा कहा जाता है कि रावण दहन के प्रयास में गांव में दुर्घटनाएं हुई थीं

Image Source: pinterest

नवरात्रि के दौरान यहां विशेष पूजा और हवन किए जाते हैं

Image Source: pinterest

यहां एक प्राचीन अष्टभुजीय शिवलिंग स्थित है जिसे रावण से जोड़ा जाता है

Image Source: pinterest

बिसरख गांव आज भी अपनी परंपरा आस्था और इतिहास को जीवित रखे हुए है

Image Source: pinterest