भारत में बन रहे सभी एक्सप्रेसवे अपनी किसी ना किसी खासियत के लिए जाने जाते हैं

लेकिन बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे अपने आपमें नायाब है

बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे को सैर एक्सप्रेस-वे के रूप में डेवलप किया जाना है

296 किलोमीटर लंबे इस सड़क मार्ग के दोनों किनारों पर सोलर पैनल लगाए जाएंगे

यह भारत का पहला सोलर एक्सप्रेसवे होगा

जो बिजली का उत्पादन करेगा

इस परियोजना के पूरा होने से एक लाख घरों को बिजली मिलेगी

बुंदलखंड एक्सप्रेसवे चित्रकुट, बांदा महोबा, हमीरपुर, जालौन, औरैया और इटावा से गुजरता है

बुंदलखंड एक्सप्रेसवे पर सोलर पैनल स्थापित कर 550 मेगावॉट सोलर पॉवर जेनरेट की जाएगी

296 किमी फोरलेन बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे के निर्माण पर 14850 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे