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तमिलनाडु के इस मंदिर में जहर से बनी है मूर्ति

वैसे तो मूर्तियां मिट्टी, पत्थर और लकड़ियों का इस्तेमाल करके बनाई जाती हैं

लेकिन तमिलनाडु के एक मंदिर में मूर्ति 9 प्रकार के जहर से बनाई गई हैं

जिसे 4 हजार साल पहले भोगन नामक एक महान ऋषि द्वारा बनाया गया था

9 प्रकार के जहर से बनने के बावजूद भी इस मूर्ति को औषधि की तरह माना जाता है

इस मूर्ति को जिस जहर के मिलावट से बनाया गया है उसे नवापासणम कहा जाता है

नवापासणम का अर्थ होता है- नौ विषाद पदार्थ

मूर्ति को जिस पानी से नहलाया जाता है उसे लोग प्रसाद की तरह ग्रहण करते हैं

ये भी कहा जाता है कि उस पानी से नहाने के बाद बहुत सारी बीमारियां दूर हो जाती हैं

इस मंदिर का नाम पलानी मुरुगन है