भाई-बहन के रिश्ते को ज्योतिष में तीसरा भाव दर्शाता है.



चंद्रमा और बुध की स्थिति रिश्तों की मिठास तय करते हैं.



शुभ ग्रह हों तो आपसी प्यार बढ़ता है.



मंगल या राहु जैसे ग्रह हों तो टकराव होता है.



सूर्य-शनि का मेल अहं की स्थिति बना सकता है.



गुरु और शुक्र प्रेम और समझदारी लाते हैं.



मीन, वृषभ और तुला राशि वालों के संबंध मधुर होते हैं.



वृश्चिक और कुंभ राशि में थोड़ी दूरी देखी जाती है.



केतु की दशा में भावनात्मक अलगाव हो सकता है.