एक हैं और शैव धर्म के सर्वोच्च देवता माने जाते हैं.
योग, ध्यान और कला का देवता भी माना जाता है.
नाम से पुकारे जाते हैं और अक्सर उनकी पूजा लिंग के रूप में की जाती है.
नीलकंठ के नाम से भी जाना जाता है.
क्योंकि उन्होंने समुद्र तट से 'हलाहल विष' निकालकर अपने गले में धारण कर लिया था, जिससे उनका कंठ नीला पड़ गया था.
जिसमें कई रत्न और अन्य वस्तुएं शामिल थीं.
जिससे संपूर्ण सृष्टि के विनाश होने का खतरा था.
ही पी लिया और उन्हें अपने गले में ही रोक लिया.
और तभी उन्हें 'नीलकंठ' के नाम से जाना जाने लगा.