हनुमान जी को परम ब्रह्मचारी
और मर्यादा पुरुष माना जाता है.


महिलाएं उनकी ब्रह्मचर्य
मर्यादा का सम्मान करती हैं.


धार्मिक मान्यता है कि महिलाओं को
उनके माथे पर तिलक नहीं लगाना चाहिए.


इससे हनुमान जी की भक्ति में
आदर और मर्यादा बनी रहती है.


इससे उनकी भक्ति में श्रद्धा
और शुद्धता बनी रहती है.


गले पर तिलक लगाने से
हनुमान जी की कृपा बनी रहती है.


यह परंपरा शास्त्रों और
पुराणों से जुड़ी है.


स्कंद पुराण और हनुमान
चालीसा टीका में इसका उल्लेख है.


माथे पर तिलक लगाने से
मर्यादा भंग मानी जाती है.


गले पर तिलक लगाना विनम्रता
और आस्था का प्रतीक है.