सनातन धर्म में व्रत करने की परंपरा रही है.



व्रत करने से व्यक्ति को बाहरी और आंतरिक शांति मिलती है.



व्रत के दौरान कई नियमों का पालन करना होता है.



व्रत में इन नियमों को मानने से व्रत रखने वाले व्यक्ति को इसका पूरा फल प्राप्त होता है.



ऐसे में जो व्यक्ति व्रत करता है, उसे दूसरों के घर का अन्न या जल ग्रहण नहीं करना चाहिए.



ऐसा करने से आपके व्रत का फल दूसरे व्यक्ति को मिलता है.



व्रत के दौरान कभी गुस्सा नहीं करना चाहिए.



जो लोग व्रत में गुस्सा करते हैं, उनका व्रत फलित नहीं होता है.



इसके साथ ही व्रत के दौरान कभी भी अभद्र भाषा का प्रयोग करने से बचें.



व्रत के दौरान शारीरिक संबंध बनाने से भी बचना चाहिए.