शनि देव को ग्रहों में न्यायधीश माना जाता है. वे कठोर परिश्रम के कारक हैं.



उनकी चाल सबसे धीमी है, इसलिए उनका प्रभाव एक राशि पर लगभग ढाई साल तक रहता है.



साढ़ेसाती, ढैया और कुंडली में शनि की महादशा के समय



शनि व्यक्ति को सबसे ज़्यादा प्रभावित करते हैं.



ज्योतिष अनुसार शनि देव के कुंभ में गोचर करने से



कर्क और वृश्चिक राशि के लोगों पर ढैय्या शुरू हो गई है.



जिससे साल 2024 की शुरुआत में आपको सेहत को लेकर परेशानी हो सकती है.



शनि देव के कुंभ राशि में उल्टी चाल चलते ही



मीन राशि के लोगों पर साढ़ेसाती का प्रभाव शुरू हो गया है.



इस समय आपको नया काम शुरू करने से बचना चाहिए.