राजेश खन्ना एक स्टार नहीं बल्कि सुपरस्टार थे

लड़कियां उनकी एक झलक पाने के लिए बेताब रहती थीं



राजेश खन्ना का सुपरस्टारडम भले ही ज्यादा लंबा नहीं चला लेकिन उस छोटे से दौर में लोगों ने उन्हें चाहा



उन्हें लेकर जो दीवानगी थी, वैसी शायद हिंदी फिल्मों के किसी अभिनेता को नसीब नहीं हुई



आलम ये था कि लड़कियों के लिपस्टिक के रंग से उनकी गाड़ी गुलाबी हो जाती थी



कहा जाता है कि कई लड़कियां खून से लेटर लिखकर उनसे अपने प्यार का इजहार करती थीं



इतना ही नहीं उसी खून से लड़कियां राजेश खन्ना के नाम का सिंदूर तक लगाती थीं



राजेश खन्ना ने अपने बॉलीवुड करियर में 180 से ज्यादा फिल्मों में काम किया था



उन्होंने 1966 में आई फिल्म आखिरी खत से बॉलीवुड में कदम रखा था



बस इसी के बाद से उनका सुपरस्टार बनने का सफर शुरू हो गया