मुसलमान इबादत पश्चिम दिशा में ही क्यों करते हैं?



इस्लामिक मान्यता के मुताबिक, जिस दिशा में सूर्यास्त होता है उसी दिशा में पढ़ी जाती है नमाज



सूर्यास्त पश्चिम दिशा में होता है इसलिए मुस्लिम इस रुख की तरफ अदा करते हैं नमाज



कुरान और हदीस में भी इस बात का साफ तौर पर जिक्र है



पवित्र किताब कुरान में लिखा है कि नमाज का रुख काबे की तरफ होना चाहिए



सउदी अरब के मक्का शहर में मौजूद है ये काबा



काबा वो इमारत है जिसे अल्लाह का घर कहा जाता है



मुस्लिम काबे की तरफ जानमाज बिछाकर ही पढ़ते हैं नमाज



यह काबा काले पत्थर से बनी हुई एक सरंचना है जो कि मुस्लिमों के लिए है बेहद अहम



यही वजह है कि पश्चिम दिशा की तरफ अदा की जाती है नमाज