मुमताज और शाहजहां की प्रेम कहानी के कई किस्से सुनाए जाते हैं

दोनों की मुलाकात पहली बार बाजार में हुई थी

पहली नजर में शाहजहां ने मुमताज को दिल दे बैठा

जिसके बाद दोनों की सगाई 1607 हुई

सगाई के 5 वर्ष के बाद दोनों की शादी 10 मई 1612 को हुई थी

शाहजहां के बचपन का नाम खुर्रम था

खुर्रम ने 1628 में तख्त संभाला

उसका राज्याभिषेक आगरा में किया गया

जिसके बाद खुर्रम को शाहजहां के नाम से पुकारा गया

जिसका मतलब होता है दुनिया का राजा

ऐसे में मुमताज की शादी राजकुमार खुर्रम से हुई थी जिसे बाद में शाहजहां के नाम से जाना गया था