मध्य प्रदेश के राजगढ़ जिले में
एक अनोखा गांव है
इस गांव के हर घर में संस्कृत
भाषा बोली जाती है
यहां सुबह की शुरुआत गुड मॉर्निंग से
नहीं, बल्कि नमो-नम: से होती है
यहां सिर्फ हिन्दू ही संस्कृत भाषा में नहीं
बल्कि मुस्लिम भी नमो-नम: बोलते हैं
हम बात कर रहे हैं राजगढ़ जिला मुख्यालय
से 40 किलोमीटर दूर बसे झिरी गांव की
यहां बोलचाल में संस्कृत भाषा का ही
उपयोग किया जाता है
गांव में स्थित स्कूलों में प्राइमरी लैंग्वेज
के तौर पर संस्कृत पढ़ाई जाती है
झिरी गांव की आबादी 1500
से अधिक है
ग्रामीण महिला, पुरुष, सभी लोग
एक दूसरे से संस्कृत भाषा में ही बात करते हैं
इसके अलावा झिरी गांव में लोगों ने
अपने घरों के नाम भी संस्कृत में ही रखे हुए हैं.
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