कहते है अगर ईश्वर को देखना है तो मां को देख लेना चाहिए

क्योंकि मां का दर्जा होता ही ऐसा है कि वो भगवान से कम नहीं होती

बच्चों की खुशियों के खातिर अपना सब कुछ न्योछावर कर देती है

परिवार का ध्यान रखने में ही उनका पूरा जीवन समर्पित हो जाता है

वहीं वर्किंग महिलाओं पर घर के साथ ऑफिस की भी जिम्मेदारियां होती हैं

ऑफिस की थकान भुलाकर परिवार के खानपान में जुट जाना

अपने जरूरी काम को साइड रख बच्चों के होमवर्क को पहले कराना

जितना समर्पण मां हमारे लिए करती है उसका कर्ज कभी चुकाया नहीं जा सकता

इतनी चुनौती के बाद भी वो बच्चों को इस बात का एहसास नहीं होने देती

इस मदर्स डे के दिन मां के इसी प्यार और त्याग का शुक्रिया अदा करें