बाबरी मस्जिद तोड़ने वाले वो कारसेवक, जो बन गए मुसलमान



उत्तर प्रदेश के अयोध्या शहर में स्थित थी बाबरी मस्जिद



लंबे वक्त तक सामाजिक और राजनीतिक विवाद का रही थी हिस्सा



दावा किया जाता है साल 1992 में कुछ कारसेवकों ने तोड़ दी थी मस्जिद



मस्जिद तोड़ने वाले कारासेवकों में बलबीर सिंह, योगेंद्र पाल भी थे शामिल



बाद में दोनों को अपनी गलती का एहसास हुआ और इस्लाम कबूल कर लिया



बलबीर इस्लाम धर्म कबूल कर बन गए मोहम्मद आमिर



वहीं योगेंद्र पाल बन गए मोहम्मद उमर



मस्जिद तोड़ने के बदले दोनों ने 100 मस्जिद बनवाने का प्रण लिया



बलबीर ने आमिर बनने के बाद एक मुसलमान महिला से शादी कर ली