औरंगजेब को मुगल काल का सबसे क्रूर शासक बताया जाता है.



इतिहास में उसके अत्याचारों के कई किस्सों का जिक्र है.



शायद आप ये नहीं जानते कि साल में एक महीना ऐसा भी आता था जब वह बेहद शांत रहता था.



रमजान का महीना इस्लाम में सबसे पवित्र महीना बताया गया है. इन दिनों को औरंगजेब अल्लाह की इबादत करने में गुजारता था.



औरंगजेब वैसे भी काफी मजहबी था, वह पांचों समय की नमाज करता था और कुरान भी उसको मुंह जुबानी याद थी.



डॉ मुबारक अली ने अपनी किताब 'मुगल दरबार' में लिखा है कि औरंगजेब रमजान के रोजे रखता था इन दिनों को बड़ी धूमधाम से मनाता था.



मुबारक अली बताते हैं औरंगजेब पांच समय की नमाज अदा करता था. वह हमेशा सामूहिक नमाज करता था.



मुबारक अली के मुताबिक औरंगजेब रमजान के दिनों में इफ्तार करने के बाद नमाज के लिए जाता था और उसका तरावीह पर भी खास ध्यान होता था.



उन्होंने बताया कि वह रात को तरावीह करता था. रमजान के आखिरी नौ-दस दिनों में वह दिन-रात मस्जिद में रहता था.



फ्रेंच ट्रेवलर फ्रांस्वा बर्नियर ने 'ट्रैवल्स इन द मुगल एंपायर' में बताया कि औरंगजेब इफ्तार में सिर्फ ज्वार और मक्के की रोटी खाता था.