फ्लाइट में इंटरनेट न होने के बावजूद भी कार्ड पेमेंट कर आप अपनी मनपसंद चीजे खा सकते हैं



लेकिन सवाल ये है कि कैसे पेमेंट बिना नेट के हो जाती है?



दरअसल, फ्लाइट में बिना इंटरनेट और वाईफाई के लेनदेन के लिए जिस तकनीक का इस्तेमाल होता है उसे इन-फ्लाइट कॉमर्स (IFC) कहते हैं



इस टेक्नोलॉजी के लिए एक खास तरह की स्वाइप मशीन यूज होती है तो जमीन पर मौजूद दुकानों से अलग होती है



इन स्वाइप मशीन के लिए बैंक एक खास तरह का कोड भी जारी करते हैं जिन्हे मर्चेन्ट कैटेगरी कोड (MCC) कहते है



तो जैसे ही आप कुछ समान फ्लाइट में खरीदते हैं तो मशीन में वो स्पेसिफिक कोड डाला जाता है



इससे मशीन ये याद रखती है कि आपने क्या खरीदा है. जमीन में लैंड करते ही आपके अकाउंट से पैसे काट लिए जाते हैं



अगर आप सोच रहे हैं कि इस टेक्निक में क्या नकली या एक्स्पायर्ड कार्ड भी दे सकते हैं तो इसका जवाब हां है



लेकिन इसमें आपको ही परेशानी होगी क्योकि एयरलाइन आपको भविष्य के लिए नो-फ्लाइ लिस्ट में डाल देगी