साइंस और साइंटिस्ट्स के मुताबिक, ब्रह्मांड में अभी तक केवल पृथ्वी ही ऐसा ग्रह है जहां जल-जीवन है.



क्या आप जानते हैं कि पृथ्वी कितनी बड़ी है और इस पर जीवन कैसे पनपा?



अमेरिकी स्पेस एजेंसी NASA के अनुसार, पृथ्वी करीब 450 करोड़ साल पहले बनी.



शुरूआत में पृथ्वी सिर्फ गर्म गैसों का गोला थी, जहां का एटमॉस्फेयर तेजी से बदलता था.



साइंटिस्ट्स के मुताबिक, पृथ्वी पर जीवन 50 करोड़ साल पहले पनपा. और, पहला इंसान 40 लाख साल पहले आया.



पृथ्वी पर मौजूदा इंसानी प्रजाति यानी होमो सेपियन्स 3 लाख साल पहले ही विकसित हुई है.



साइंटिस्ट्स का दावा है कि पृथ्वी पर जीवन चांद की कुर्बानी से पनपा.



कहते हैं कि पृथ्वी का उपग्रह चंद्रमा न होता तो हमारा वायुमंडल न होता.



ब्रह्मांड में सारी संभावनाएं थीं कि जीवन न हो, लेकिन हमारी पृथ्वी में जीवन आ गया.



अगर पृथ्वी अपने अक्ष पर साढ़े तेइस डिग्री झुकी न होती, तो मौसम नहीं बदलते.



पृथ्वी की दूरी सूर्य से जरा भी कम-ज्यादा होती तो यहां पानी न होता.