मलेरिया ऐसा संक्रमण है जिसके मामले तेजी से बढ़ रहे हैं

इसे लेकर जागरुकता फैलाने के लिए हर साल 25 अप्रैल को मलेरिया डे मनाया जाता है

हर साल लाखों लोग इसकी चपेट में आते हैं

वर्ल्ड मलेरिया डे की शुरुआत साल 2000 से हुई थी

इसे सबसे पहले अफ्रीका मलेरिया डे के नाम से जाना जाता था

इसके बाद साल 2008 में इसका नाम वर्ल्ड मलेरिया डे नाम दिया गया

इस दिन के जरिए लोगों में जागरुकता फैलानी थी

ताकि इसके असर को कम किया जा सके

लोगों को इस वायरस की जानकारी देना और नुकसान समझाना भी इस डे का मोटिव है

साथ ही बताया जाता है कि इलाज कब, कैसे और क्यों जरूरी है