राजस्थान की धरती ना सिर्फ अपने कठिन परिस्थितियों के लिए जानी जाती है



बल्कि इस मिट्टी में कई ऐसी जगहें हैं जो ना सिर्फ लोगों को चौंका देती हैं



जिनके बारे में असलियत क्या है वो आज तक कोई भी पता नहीं लगा पाया



ऐसा ही कुछ है जैसलमेर से 14 किलोमीटर की दूरी पर स्थित कुलधरा का किस्सा



ये गांव करीब दो सदियों पहले उजड़ चुका है



लेकिन अभी भी इसे लेकर दिलचस्पी जरा भी कम नहीं हुई है.



कुछ लोग इसे भूतिया बताते हैं तो कुछ इसे श्रापित गांव कहते हैं



आखिर क्यों होती हैं कुलधरा गांव के बारे में इतनी बातें आज आपको बताते हैं.



कहा जाता है कि 18वीं सदी की शुरुआत के किसी साल में इस गांव की किस्मत ही बदल गई.



कहते हैं कि सालिम सिंह कुलधरा के ग्राम प्रधान की बेटी पर मोहित हो गया



अपने गांव की बेटी की इज्जत बचाने के लिए पूरा का पूरा गांव ही रातोंरात इलाके को छोड़कर चला गया.



जाते वक्त गांववालों ने श्राप दिया था कि अब ये गांव फिर कभी नहीं बस पाएगा.