दिल्ली का दिल कनॉट प्लेस या फिर सीपी है

शायद ही कोई दिल्ली वाला होगा जो एकबार यहां न गया हो

अलग-अलग जगहों से आए लोगों में भी सीपी घूमने का क्रेज होता हैं

यहां खाने से लेकर शॉपिंग सबकुछ अवेलेबल है

पर क्या आप दिल्ली के इस सेंटर ऑफ अट्रैक्शन के मालिक को जानते है?

मालिक की बात करें तो यहां कई दुकानें हैं उनके अलग-अलग मालिक हैं

लेकिन संपत्ति की बात की जाए तो इस पर मालिकाना हक भारत सरकार का है

अंग्रेजों के समय पर यहां कम किराए पर दुकानें दी गई थी

इसके बाद दिल्ली किराया नियंत्रण अधिनियम ने दुकानों का किराया 10% बढ़ा दिया गया था

आज के समय में यहां दुकान किराए पर लेने के लिए भी लाखों रुपये देने होंगे