आगरा का ताजमहल दुनिया के सात अजूबों में से एक है

इसकी खूबसूरती देखने के लिए दुनियाभर से लोग आते हैं

इसका निर्माण शाहजहां ने अपनी बेगम मुमताज की याद में कराया था

जब मुमताज को कब्र में दफनाया गया था तब इस इमारत का नाम रऊजा-ए-मुनव्वरा रख दिया था

कुछ समय बाद इसका नाम बदल कर ताजमहल रख दिया गया था

इस इमारत का निर्माण सफेद संगमरमर से किया गया है

साथ ही इसे बनाने में करीब 3.2 करोड़ रुपये का खर्च आया था

इसके निर्माण के समय इसके शिखर पर एक कलश रखवाया गया था

ये 40 हजार तोले सोने से बना था और इसकी लंबाई 30 फीट 6 इंच थी

साथ ही कहा जाता है ताजमहल लकड़ियों पर खड़ा हुआ है.