छींकते समय दिल की धड़कन नहीं रुकती है

बल्कि छींकने से पहले सांस लेने में परेशानी होती है

जिससे लगता है कि सांस फ्लो कम हो गया है

इसको लोग दिल की धड़कन रुकना कह देते हैं

छींकने से पहले जब आप सांस अपने अंदर लेते हैं

तो आपके सीने में दबाव बढ़ जाता है

छींकते समय सीने का दबाव कम हो जाता है

इन्हीं दबावों की वजह से ब्लड के फ्लो में बदलाव होता है

जो दिल की धड़कनों को प्रभावित कर सकता है

हालांकि, ऐसा नहीं है कि दिल की धड़कन पूरी तरह रुक जाती है