इस्लाम में अल्कोहल यानी शराब को हराम बताया गया है

इस्लाम धर्म की मान्यता है कि शराब का सेवन करना शैतान का काम होता है

दुबई अपनी लग्जरी लाइफ के लिए मशहूर है

दुबई में किसी गैर-मुस्लिम के लिए शराब पीने की उम्र 21 साल तय की गई है

दुबई में सिर्फ दो कंपनियां मैरिटाइम एंड मर्केंटाइल इंटरनेशनल (MMI) और अफ्रीकन एंड ईस्टर्न ही शराब डिस्ट्रिब्यूट करती हैं

दुबई और जॉर्डन जैसे देशों में सरेआम शराब परोसी जाती है

इजिप्ट में लगभग 79 फीसदी मुस्लिम शराब का सेवन करना गलत मानते हैं

इस्लामिक देशों में शराब को लेकर सबसे ज्यादा कट्टर सऊदी अरब को माना जाता है

सऊदी अरब जैसे कुछ देशों में शराब का सेवन पूरी तरह से प्रतिबंधित है

WHO के अनुसार, शराब का सेवन करने से प्रतिवर्ष 26 लाख से अधिक लोगों की मौत हो जाती है