जीरो विजिबिलिटी में सड़कों पर चलना कठिन होता है तो सोचिए फ्लाइट का क्या होता होगा?

लेकिन कितना भी कोहरा हो फ्लाइट रनवे पर लैंड कर ही जाती है

इसके पीछे एक खास टेक्निक है आइए जानते हैं

कोहरे में लैंड कराने के लिए CAT III B नेविगेशन सिस्टम टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया जाता है

इस सिस्टम में ऑटो पायलट मोड और ऑटो लैंडिंग लोड होता है

ये सिस्टम सेटेलाइट से कनेक्ट होता है

ये सिस्टम पायलट को जमीन से दूरी और अन्य जानकारी समय-समय पर देती रहती है

इस सिस्टम में पायलट को फ्लाइट लैंड कराने के लिए लाइट की आवश्यकता नहीं होती है

लेकिन अगर 50 मीटर तक विजिबिलिटी न हो तो फ्लाइट को आसमान में होल्ड कर के रखा जाता है

इसके बाद सिग्नल मिलने के बाद ही फ्लाइट लैंड कराया जाता है