गणेश को सभी अच्‍छे गुणों और सफलताओं का देवता माना जाता है.

सभी देवताओं में श्रेष्ठ कौन है इसको लेकर जब ब्रह्मांड की परिक्रमा लगाने की प्रतियोगिता शुरू हुई तो गणेश जी ने अपनी बुद्धि का परिचय दिया.

गणपति जी ने माता पिता को अपना संसार मान परीक्रमा की और उत्तम बुद्धि का परिचय देकर सबके प्रिय बन गए.

इसी के बाद गणपति जी को प्रथम पूजनीय का सम्मान प्राप्त हुआ.

शिव जी ने वरदान दिया कि किसी भी कार्य को शुरू करने से पहले गणपति की पूजा अनिवार्य होगी. इसके बिना काम अधूरा होगा.

उसके बाद से किसी भी मांगलिक काम, पूजा, पाठ आदि में गणेश पूजन सबसे पहले किया जाता है.

गणपति को विघ्नहर्ता कहा गया है, इनकी पूजा सबसे पहले की जाए तो सारे बिना अड़चने के शुभ कार्य संपन्न होता है.

गणेश जी बुद्धि के अधिष्ठाता है, इनकी पूजा से व्यक्ति की वाक और स्मरण शक्ति तीव्र होती है.