भारत और इंग्लैंड के बीच टी20 सीरीज के चौथे मुकाबले के बाद से कन्कशन सब्स्टीयूट के नियमों को लेकर पूरे सोशल मीडिया पर चर्चे हैं.

शिवम दुबे को चोट लगने के बाद कन्कशन सब्स्टीट्यूट के रूप में भारत ने हर्षित राणा को टीम में शामिल किया था.

हर्षित राणा ने इसके बाद शानदार गेंदबाजी करते हुए तीन विकेट निकालकर भारत की जीत में अहम भूमिका निभाई.

इसके बाद से सोशल मीडिया पर खबरें हैं कि इंग्लैंड टीम के साथ भारत ने बेईमानी की है.

हम आपको बताएंगे कि आईसीसी द्वारा बनाया कन्कशन सब्स्टीट्यूट का नियम क्या कहता है.

रूल 1.2.7.3 के मुताबिक आईसीसी मैच रेफरी कन्कशन सबस्टीट्यूट के रिक्वेस्ट को तभी मंजूरी देगा जब लाइक फॉर लाइक रिप्लेसमेंट हो.

लाइक फॉर लाइक रिप्लेसमेंट का यह मतलब है कि अगर बल्लेबाज चोटिल हो तो बैट्समैन और गेंदबाज चोटिल हो तो बॉलर ही उस खिलाड़ी को रिप्लेस कर सकता है.

लेकिन मैच के दौरान भारत ने ऑलराउंडर शिवम की जगह स्पेशलिस्ट तेज गेंदबाज हर्षित को शामिल किया था.

आईसीसी का रूल 1.2.7.7 यह कहता है कि कन्कशन रिप्लेसमेंट के मामले में मैच रेफरी का फैसला अंतिम माना जाएगा.

मैच रेफरी के फैसले के खिलाफ किसी भी टीम के पास अपील करने का अधिकार नहीं होगा.